बुधवार, 5 दिसंबर 2012

मैंने छूकर जो देखा आइना


5 टिप्‍पणियां:

ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

वाह प्रीती जी...
सुन्दर भाव...
सुन्दर अभिव्यक्ति....

अनु

Dr. Preeti Dixit ने कहा…

धन्यवाद....आपका बहुत बहुत...इस प्रशंशा के लिए अनु जी ...

Tamasha-E-Zindagi ने कहा…

बहुत ही सुन्दर रचना | मन भाव विभोर हो उठा पढ़कर | आभार
तमाशा-ए-ज़िन्दगी

Dr. Preeti Dixit ने कहा…

बहुत बहुत धन्यवाद आपका..

संजय भास्‍कर ने कहा…

अच्छी रचना...अंतिम पंक्तियाँ तो बहुत ही अच्छी लगीं
आपका ब्लॉग पसंद आया....इस उम्मीद में की आगे भी ऐसे ही रचनाये पड़ने को मिलेंगी......आपको फॉलो कर रहा हूँ |